
संकष्टी गणेश चतुर्थी संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण उपवास है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा
संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण उपवास है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। वर्ष 2025 में संकष्टी चतुर्थी की तिथियाँ निम्नलिखित हैं:
माह | तिथि | दिन | विशेष नाम |
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जनवरी | 17 जनवरी 2025 | शुक्रवार | सकट चौथ / लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी |
फरवरी | 16 फरवरी 2025 | रविवार | द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी |
मार्च | 17 मार्च 2025 | सोमवार | भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी |
अप्रैल | 16 अप्रैल 2025 | बुधवार | विकट संकष्टी चतुर्थी |
मई | 16 मई 2025 | शुक्रवार | एकदन्त संकष्टी चतुर्थी |
जून | 14 जून 2025 | शनिवार | कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी |
जुलाई | 14 जुलाई 2025 | सोमवार | गजानन संकष्टी चतुर्थी |
अगस्त | 12 अगस्त 2025 | मंगलवार | बहुला चतुर्थी |
सितम्बर | 10 सितम्बर 2025 | बुधवार | विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी |
अक्टूबर | 10 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार | करवा चौथ / वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी |
नवम्बर | 8 नवम्बर 2025 | शनिवार | गणाधिप संकष्टी चतुर्थी |
दिसम्बर | 7 दिसम्बर 2025 | रविवार | अखुरथ संकष्टी चतुर्थी |
कृपया ध्यान दें कि तिथियाँ और चंद्रमा के उदय के समय स्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। अतः, अपने क्षेत्र के अनुसार सटीक समय की पुष्टि करना उचित होगा।
संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से जीवन के संकटों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन भक्त गणेश जी की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करते हैं।